पंकज तिरपाठी (Pankaj Tripathi) की कहानी एक बहुत ही रोचक कहानी है। उनका सफर छोटे गांव से बड़े सपनों की ओर जाने का था, जहां से उन्होंने बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाई। पंकज का जन्म उत्तर प्रदेश के छोटे से गाँव में हुआ था। उनके परिवार में सिर्फ खेती करने का पेशा था, लेकिन पंकज का मन कुछ और ही था। बचपन से ही उन्हें कला के लिए गहरी रुचि थी। पंकज का पहला इंटरेस्ट अभिनय मे उनके स्कूल के नाट्य कार्यक्रमों में हुआ। वहां पर उन्होंने अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। जैसे-जैसे उनका इंटरेस्ट अभिनय की ओर बढ़ता गया, वे अपने सपनों को पाने के लिए मेहनत और लगन से काम करने लगे। उनके परिवार में कला को लेकर कोई साथ नहीं था। उनके माता-पिता का मानना था कि इसके लिए नौकरी करना ज्यादा अच्छा होगा। लेकिन पंकज का मन दूसरी दिशा में था। वह अपने सपनों को पूरा करने के लिए तैयार थे।
पंकज का बॉलीवुड में प्रवेश एक लंबा और कठिन सफर था। उन्होंने अपने जीवन के एक बहुत ही मुश्किल मोड़ पर संघर्ष किया। शुरुआत में, वे नाटक में अपने टैलेंट को दिखाने के लिए नाटक मंच पर जाते थे, लेकिन फिल्म इंडस्ट्री में प्रवेश पाना उनके लिए कठिन था। कई बार उन्हें नाटकों और फिल्मों में छोटे भूमिकाओं के लिए तारीफ मिलती रही, लेकिन उन्हें मुख्य भूमिकाओं में काम करने का मौका नहीं मिला। इसके बावजूद, पंकज ने अपने सपनों को हासिल करने के लिए कभी हार नहीं मानी। उन्होंने आत्मविश्वास के साथ काम किया और मुश्किलों का सामना किया। फिर एक दिन, उन्हें एक अच्छी भूमिका के लिए चुना गया। यह फिल्म उनके करियर को आगे ले गयी ।
पंकज तिरपाठी की एक्टिंग और सिंपल रहन सहन ने फिल्म इंडस्ट्री के नामी कलाकारों में शामिल किया। उनकी प्रतिभा, उनकी अनोखी अदाकारी ने उन्हें बॉलीवुड के नए सितारों में एक बड़ा स्थान दिलाया। लेकिन उन्होंने हमेशा अपने सपनों को पूरा करने के लिए मेहनत की और अब वे बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता हैं। पंकज तिरपाठी की कहानी हमें यह सिखाती है कि अगर हमारे सपने सच्चे हैं तो हमें उन्हें पूरा करने के लिए मेहनत करनी होगी, चाहे रास्ते में हमें कितनी भी मुश्किलें क्यों ना हो। उन्होंने अपने सपनों को हासिल करने के लिए संघर्ष किया, और आज उन्हें पूरे देश में प्रशंसा मिल रही है। वे युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं और वह सिद्ध करते हैं कि कोई भी सपना साकार किया जा सकता है, बस उसके प्रति विश्वास और मेहनत होनी चाहिए।