आजकल की ज़िन्दगी मे स्तिथियां ऐसी बन चुकी है कब किसी की ज़िन्दगी मे क्या घट जाए और उसकी ज़िन्दगी क्या से क्या हो जाए कुछ कह नहीं सकते, हर इंसान चाहता है की वह खुश रहे और सफलताएं हासिल करे जिसके लिए वह संघर्ष करता रहता है लेकिन ज़िन्दगी कभी ऐसी करवट लेती है, की इंसान फिर ज़िन्दगी जीता नहीं है वो ज़िन्दगी को काटना शुरू कर देता है ! यह हिस्सा ज़िन्दगी का सबसे बुरा हिस्सा होता है ! यह हर उस इंसान को सोचने पर मजबूर कर देता है ! की एक अच्छी और बेहतरीन ज़िन्दगी केसे जिए
ज़िन्दगी के उस दौर के अनुभव से बचने के लिए हमें कुछ अच्छे निर्णय, विचार, की जरूरत होती है, ज़िन्दगी ने हमें सब कुछ दिया मगर ये सोचना की सब हमारा है तो ये गलत है, क्यूंकि ज़िन्दगी जितनी जल्दी हमें कोई चीज देती है वो उतनी ही जल्दी हमसे छीन भी सकती है ! हमारी ज़िन्दगी मे हमारे साथ बहुत सी ऐसी घटनाए होती है, की हम सोचते है की ये हमारे साथ ही होना था, इसलिए किसी भी चीज को जयादा व्यक्तिगत न ले क्यूंकि अगर वह चीज हमें नहीं मिलती है तो हमें बहुत दुख होता है हमें समझना होगा की हर चीज की कोई सीमा होती है और वो उससे आगे नहीं बढ़ सकती है इसलिए ज़िन्दगी के हर पड़ाव को खुश रहकर गुजारे